विदिशा, 4 जुलाई 2024 – मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम सूरजपुर में धान रोपते समय एक दर्दनाक हादसे में दो मजदूरों की करंट लगने से मौत हो गई। मृतकों में एक नाबालिग बाल मजदूर भी शामिल है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना का विवरण
कटनी जिले से धान की रोपाई के लिए आए मजदूर सूरजपुर गांव में काम कर रहे थे। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मजदूर जब खेत में धान रोपाई का कार्य कर रहे थे, तभी अचानक करंट की चपेट में आ गए। करंट लगते ही दोनों मजदूर जमीन पर गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को अपने कब्जे में लिया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना का निरीक्षण किया। पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भिजवाया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि खेत के आसपास बिजली के तार झूल रहे थे, जिसके कारण यह हादसा हुआ। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
बाल मजदूरी पर सवाल
यह घटना बाल मजदूरी के गंभीर मुद्दे को भी उजागर करती है। मृतकों में एक बाल मजदूर के शामिल होने से बाल संरक्षण आयोग और प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। विदिशा जिले के ही रहने वाले बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो के बावजूद, जिले में बाल मजदूरी का यह मामला सामने आया है। यह दर्शाता है कि प्रशासन बाल मजदूरी के मामलों पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे रहा है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लिया और संबंधित अधिकारियों को मामले की जांच के आदेश दिए। प्रशासन ने यह भी कहा है कि इस घटना के बाद बाल मजदूरी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों। मजदूरों के परिवारों को मुआवजा देने की भी बात कही गई है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना के बाद से सामाजिक और राजनीतिक संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि बाल मजदूरी को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस घटना ने एक बार फिर से समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बाल मजदूरी और मजदूरों की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता से काम किया जा रहा है।