OnPassive Scam: ओनपैसिव (OnPassive) जिसे एक डिजिटल मार्केटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी के रूप में बताया गया है| परन्तु इस कंपनी ने एक स्कीम लाया था, जिसमे लोगों को 7 से 10 हज़ार रूपये इन्वेस्ट करने को कहा गया था जिसके बदले उसे कंपनी का फाउंडर बनाया जायेगा|
इन्वेस्ट करते टाइम कंपनी से यह भी दावा किया था कि जैसे ही इसका प्रोडक्ट लांच होगा, इसके फाउंडर को जबरदस्त कमाई होगी, परन्तु आज कंपनी में लोगों का इन्वेस्ट किये हुए लगभग 6 साल हो गए लेकिन किसी भी फाउंडर को कोई भी रुपया नहीं मिला|
आज के इस लेख में हमलोग इसी कंपनी का समीक्षा करेंगे और जानने का प्रयास करेंगे कि क्या OnPassive सही में एक Legit कंपनी है या लोगों के साथ सिर्फ धोखाधारी कर रहा है
क्या है OnPassive
दरअसल OnPassive की शुरुआत वर्ष 2018 में Ashraf Mufareh के द्वारा किया गया था जो एक United States का स्थायी निवासी है|
लांच के बाद से ही इस कंपनी को लोगों के सामने ऐसा लाया गया कि अगर आप इस कंपनी में 7 से 10 हज़ार रूपये देकर फाउंडर बनते है तो आपको भविष्य में लाखो करोड़ो रुपया मिलेगा|
जिसके कारण विश्व के बहुत सारे देश का जनता इसमें इन्वेस्ट करना स्टार्ट किया| और भारत से भी लाखो लोग इन्वेस्ट करना शुरू किया|
भारत के लोगों को और विश्वास दिलाने के लिए हैदरावाद में एक ऑफिस भी खोला गया, और कंपनी के ओर से यह दावा भी किया गया कि लांच होते ही लोगों को हजारों डॉलर मिलना शुरू हो जायेगा|
कंपनी का कहना था कि वर्ष 2021 में ही इसको लांच कर दिया जायेगा, और लोगों को पैसा मिलना शुरू हो जायेगा|
कंपनी के कुछ प्रोडक्ट्स को लांच हुए लेकिन काफी ज्यादा फ्लॉप हुआ, लेकिन OnPassive के द्वारा कभी भी यह नहीं बताया गया की उनका प्रोडक्ट्स मार्किट में फिट नहीं हो रहा है| बल्कि लोगों को झांसा में ही रहा जा रहा है|
दुबारा लिया पैसा
पिछले वर्ष कंपनी के एक प्रोडक्ट को लांच किया और लोगों से उनका सब्सक्रिप्शन लेने को कहा जो लगभग 125 डॉलर का था| और लोगों के कहा गया की आप जैसे सब्सक्रिप्शन लेते हो आपका कमाई चालू हो जायेगा| लाखो लोग इसका सब्सक्रिप्शन भी लिए परन्तु फिर भी लोगों के हाथ निराशा ही लगा|
क्योंकि कथित रूप से इनके फाउंडर को न कोई कमाई हुआ और न ही इसने द्वारा दिया गया सब्सक्रिप्शन का राशी प्राप्त हुआ|
कुछ लोगों के वॉलेट में पैसा आना भी शुरू हुआ, कुछ के वॉलेट में हजारों डॉलर भी आये, लेकिन जब उस राशी को अपने अकाउंट में ट्रान्सफर किया तो वह राशी उसके बैंक में ट्रान्सफर नहीं हुआ|
कंपनी का कहना था कि वॉलेट की राशी आपके बैंक अकाउंट में अधिकतक 15 दिनों के अंदर ट्रान्सफर कर दिया जायेगा, लेकिन 15-15 महीने होने के बाद भी अभी तक किसी के अकाउंट में कोई भी पैसा नहीं आया है|
क्या OnPassive सही में है स्कैम
एक्सपर्ट्स का कहना है कि OnPassive एक डिजिटल मार्केटिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी के रूप में विश्व भर में अपनी सेवाएं देने का प्रयास में लगा हुआ है| जिसके लिए उन्हें करोड़ो रूपये की आवश्यकता थी| फंडिंग के लिए उन्होंने फाउंडर बनने जैसा विकल्प लाया, और लाखो लोगों से करोड़ो रूपये जुटाए|
लेकिन कंपनी के द्वारा कोई भी ऐसा प्रोडक्ट्स नही बनाया गया जो मार्केट में चल सके, कंपनी का अभी तक का सारा प्रोडक्ट्स फ्लॉप ही रहा है|
OnPassive ने समय-समय पर कई प्रोडक्ट जैसे O-Mail, O-Trim, O-Verify..etc लांच भी किये, लेकिन मार्केट में बुरी तरह से फ्लॉप हो गया| जिसके कारण कंपनी आज तक लोगों को यहाँ झांसा में रख रही है की जैसे ही प्रोडक्ट्स लांच होगा, आपकी कमाई शुरू हो जाएगी| लेकिन सच्चाई तो यह है कि कंपनी ने आज तक खुद कुछ नहीं कमा पाया तो इसके फाउंडर को क्या मलेगा|
Onpassive को मिला हिदायत
U.S. Securities and Exchange Commission जिसे शोर्ट टर्म में SEC के नाम से जाना जाता है, यह यूनाइटेड स्टेट का एक सरकारी संस्थान है| इस संस्था ने Onpassive को एक फ्रॉड कंपनी बताया और यह कहा-
SEC के अनुसार, ओनपैसिव ने अमेरिका और दुनिया भर के निवेशकों को मल्टी-लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) कंपनी के माध्यम से गलत और अपंजीकृत सिक्योरिटीज ऑफर किया था| मार्च 2023 तक, ओनपैसिव ने 800,000 से अधिक निवेशकों के फाउंडर्स पोजीशन खरीदने से 1.08 करोड़ डॉलर से अधिक कमाए हैं|
सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने ओनपैसिव और इसके मालिक Ash Mufareh पर 1.08 करोड़ डॉलर के सिक्योरिटीज फ्रॉड का आरोप लगाया है| इसके चलते कंपनी और इसके प्रमुखों पर भारी कानूनी मुकदमा हो सकता है|
SEC का कहना है कि ओनपैसिव एक पिरामिड योजना है और अधिकांश निवेशक इसमें पैसा खो देंगे| Ash Mufareh ने गलत ढंग से यह दावा किया था कि ओनपैसिव पूरी दुनिया में कानूनी है, जबकि यह सच नहीं था|
U.S का सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन (SEC) आधिकारिक ब्यान को आप यहाँ क्लिक करके पढ़ सकते है|
निष्कर्ष
OnPassive लोगों के विश्वास के साथ खेलकर एक बड़ा स्कैम को सफल बनाने में कारगार रहा| किसी भी फाउंडर को पिछले 6 सालों में भी कोई कमाई नहीं हुई, न ही फाउंडर होने का कोई लीगल डॉक्यूमेंट किसी को दिया गया| U.S. Securities and Exchange Commission इसको एक स्कैम भी बता दिया है| जिसके माध्यम से 1.08 करोड़ डॉलर का कमाई किया गया|
इसीलिए ऐसे सभी स्कीम से बचे जो आपको बिना मेहनत के लखपति तथा करोड़पति बनने का सपना दिखाए| अगर आप OnPassive में पैसा लगा चुके है तो हमारी राय में कोई इसमें पैसा लगाने से बचे|