सहारनपुर – उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक सनसनीखेज घटना में, डायमंड कारोबारी प्रियांश अग्रवाल के स्टाफ से साढ़े 3 करोड़ रुपये की ज्वेलरी लूट ली गई। आरोप है कि कुल चार बदमाश, दो ब्लैक पल्सर और दो व्हाइट अपाचे बाइक पर आए थे। उन्होंने कार का शीशा तोड़ा और डायमंड कारोबारी के स्टाफ को गन प्वाइंट पर लेकर बुरी तरह पीटा। इसके बाद वे करीब साढ़े 3 करोड़ रुपये की डायमंड ज्वेलरी लूटकर फरार हो गए।
घटना का विवरण
यह घटना नागल थाना क्षेत्र की है। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल के बेटे प्रियंक अग्रवाल, जिनका ‘अटायर डायमंड’ के नाम से कारोबार है, के स्टाफ को सहारनपुर से लौटते समय नागल में लूट लिया गया। घटना की जानकारी करीब 12 बजे डायल-112 पर मिली थी।
सूचना मिलते ही पुलिस एक्टिव हो गई और मौके पर पहुंची। जिले की सीमाएं सील करने का संदेश जारी किया गया, लेकिन तब तक बदमाश जिले की सीमा से बाहर निकल चुके थे। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच शुरू की।
कार ड्राइवर तरूण सैनी और कारोबारी के सेल्स स्टाफ सत्यम शर्मा ने बताया कि नांगल क्रॉसिंग से आगे चार बदमाशों ने कार को रोककर वारदात को अंजाम दिया। बदमाशों ने कार का शीशा तोड़ दिया और दोनों पर जानलेवा हमला किया। उन्होंने सिर में चोटें मारकर माल लूट लिया और फरार हो गए।
एसएसपी का खुलासा
सहारनपुर के एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि लूट बदमाशों ने नहीं की थी, बल्कि खुद स्टाफ ही लुटेरे निकले। पुलिस ने 10 घंटे में ही इस केस का पर्दाफाश कर दिया। स्टाफकर्मी सत्यम शर्मा, ड्राइवर तरुण सैनी, हिमांशु, प्रिंस, और कमरपाल को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 36 हार, 20 ब्रेसलेट, 205 अंगूठियां, 7 कंगन, 32 पेंडल, 73 टॉप्स, और 42 मंगलसूत्र बरामद किए हैं।
पुलिस पूछताछ कर रही है ताकि इस षड्यंत्र के सभी पहलुओं को समझा जा सके। गिरफ्तार किए गए स्टाफ से यह पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने इस लूट की योजना कैसे बनाई और इसके पीछे की असली वजह क्या थी। पुलिस इस मामले में अन्य संभावित शामिल लोगों की भी तलाश कर रही है।
व्यापारियों में भय
इस घटना ने सहारनपुर के व्यापारिक समुदाय में भय का माहौल पैदा कर दिया है। व्यापारी अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और पुलिस से अधिक सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। यह घटना बताती है कि कैसे विश्वासघात और आंतरिक साजिशें कभी-कभी बाहरी खतरों से अधिक खतरनाक साबित हो सकती हैं।